RAHU KALAM राहु-कालम :: BASICS OF ASTROLOGY
राहु कालम
BASICS OF ASTROLOGY
CONCEPTS & EXTRACTS IN HINDUISM
By :: Pt. Santosh Bhardwaj
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अक्षरं परमं ब्रह्म ज्योतीरूपं सनातनम्।
निराकारं स्वेच्छामयमनन्तजम्॥
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥[श्रीमद्भगवद्गीता 2.47]
THE INAUSPICIOUS PERIOD OF RAHU'S INFLUENCE :: यह समय-काल-लग्न शुभ कार्यो में विशेष रुप से त्याज्य है। व्यक्ति को सावधान रहता और जोखिम से बच जाता है। पहले से ही पता है कि यह समय अच्छा नहीं है इस समय में किये गये कामों के निष्फल होने की पूरी संभावना है। इस समय किये गये काम में अनिष्ट होने की भी पूरी संभावना रहती है। यह सप्ताह के सातों दिन निश्चित समय पर लगभग डेढ़ घण्टे तक रहता है। राहु काल अलग-अलग स्थानों के लिये अलग-2 होता है। इसका कारण यह है की सूर्य के उदय होने का समय विभिन्न स्थानों के अनुसार अलग होता है। सूर्य के उदय के समय व अस्त के समय के काल को निश्चित आठ भागों में बांटने से ज्ञात किया जाता है।
दिन के आठ भाग :: सप्ताह के पहले दिन के पहले भाग में राहु काल नहीं होता। यह सोमवार को दूसरे भाग में, शनि को तीसरे, शुक्र को चौथे, बुध को पांचवे, गुरुवार को छठे, मंगल को सांतवे तथा रविवार को आंठवे भाग में होता है। यह प्रत्येक सप्ताह के लिये स्थिर है। राहु काल को राहु-कालम् नाम से भी जाना जाता है। सामान्य रुप से इसमें सूर्य के उदय के समय को प्रात: 06:00 बजे का मान कर अस्त का समय भी सायं काल 06:00 बजे का माना जाता है। 12 घंटों को बराबर आठ भागों में बांटा जाता है। प्रत्येक भाग डेढ घण्टे का होता है। वास्तव में सूर्य के उदय के समय में प्रतिदिन कुछ परिवर्तन होता रहता है। सटीक-एक दम सही भाग निकालने के लिये सूर्य के उदय व अस्त के समय को पंचाग से देख आठ भागों में बांट कर समय निकाला जाता है। इससे समय निर्धारण में ग़लती होने की संभावना नहीं के बराबर रहती है।
Rahu Kalam occurs for 1 and 1/2 hour on a certain time in a day of the week which is inauspicious for performing any good and inauspicious event. One should abandon-reject this period for auspicious events. It alerts the person in advance whether he should undertake it or not. It will be successful or not!
It does not occur in the first part of the day.
(1). MONDAY सोमवार :- सुबह 7:30 बजे से लेकर प्रात: 9.00 बजे तक का समय इसके अन्तर्गत आता है।
(2). TUESDAY मंगलवार :- राहु काल दोपहर 3:00 बजे से लेकर दोपहर बाद 04:30 बजे तक होता है।
(3). WEDNESDAY बुधवार :- राहु काल दोपहर 12:00 बजे से लेकर 01:30 बजे दोपहर तक होता है।
(4). THURSDAY गुरुवार :- राहु काल दोपहर 01:30 बजे से लेकर 03:00 बजे दोपर तक होता है।
(5). FRIDAY शुक्रवार :- राहु काल प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक का होता है।
(6). SATURDAY शनिवार :- राहु काल प्रात: 09:00 से 10:30 बजे तक का होता है।
(7). SUNDAY रविवार :- राहु काल सायं काल में 04:30 बजे से 06:00 बजे तक होता है।
जो काम इस समय से पहले शुरु हो चुका है उसे राहु-काल के समय में बीच में नहीं छोडा जाता।
दिन के आठ भाग :: सप्ताह के पहले दिन के पहले भाग में राहु काल नहीं होता। यह सोमवार को दूसरे भाग में, शनि को तीसरे, शुक्र को चौथे, बुध को पांचवे, गुरुवार को छठे, मंगल को सांतवे तथा रविवार को आंठवे भाग में होता है। यह प्रत्येक सप्ताह के लिये स्थिर है। राहु काल को राहु-कालम् नाम से भी जाना जाता है। सामान्य रुप से इसमें सूर्य के उदय के समय को प्रात: 06:00 बजे का मान कर अस्त का समय भी सायं काल 06:00 बजे का माना जाता है। 12 घंटों को बराबर आठ भागों में बांटा जाता है। प्रत्येक भाग डेढ घण्टे का होता है। वास्तव में सूर्य के उदय के समय में प्रतिदिन कुछ परिवर्तन होता रहता है। सटीक-एक दम सही भाग निकालने के लिये सूर्य के उदय व अस्त के समय को पंचाग से देख आठ भागों में बांट कर समय निकाला जाता है। इससे समय निर्धारण में ग़लती होने की संभावना नहीं के बराबर रहती है।
Rahu Kalam occurs for 1 and 1/2 hour on a certain time in a day of the week which is inauspicious for performing any good and inauspicious event. One should abandon-reject this period for auspicious events. It alerts the person in advance whether he should undertake it or not. It will be successful or not!
It does not occur in the first part of the day.
(1). MONDAY सोमवार :- सुबह 7:30 बजे से लेकर प्रात: 9.00 बजे तक का समय इसके अन्तर्गत आता है।
(2). TUESDAY मंगलवार :- राहु काल दोपहर 3:00 बजे से लेकर दोपहर बाद 04:30 बजे तक होता है।
(3). WEDNESDAY बुधवार :- राहु काल दोपहर 12:00 बजे से लेकर 01:30 बजे दोपहर तक होता है।
(4). THURSDAY गुरुवार :- राहु काल दोपहर 01:30 बजे से लेकर 03:00 बजे दोपर तक होता है।
(5). FRIDAY शुक्रवार :- राहु काल प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक का होता है।
(6). SATURDAY शनिवार :- राहु काल प्रात: 09:00 से 10:30 बजे तक का होता है।
(7). SUNDAY रविवार :- राहु काल सायं काल में 04:30 बजे से 06:00 बजे तक होता है।
जो काम इस समय से पहले शुरु हो चुका है उसे राहु-काल के समय में बीच में नहीं छोडा जाता।
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